जनसंचार का अर्थ- जब कोई सन्देश या समाचार किसी माध्यम से आमजन तक पहुँचाया जाता है, तो इसे जनसंचार कहा जाता है।
जनसंचार की समाज के लिए आवश्यकता- अपनी विशिष्ट उपयोगिता के कारण जनसंचार समाज के लिए अत्यन्त आवश्यक है क्योंकि लोगों को जागरूक करने और जनमत बनाने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जनसंचार के विभिन्न अवयवों की भूमिका निम्नलिखित है
समाचार-पत्र-
- समाचार-पत्र में नित्य प्रति की स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं की सूचनाएँ प्रकाशित होती रहती हैं।
- इसमें व्यवसाय, सेवा व विवाह इत्यादि से संबंधित विज्ञापन छपते हैं जिनके आधार पर संबंधित लोगों में पारस्परिक संपर्क होता है।
- जनता के विचार संपादक के नाम पत्र’ के कॉलम में प्रकाशित होते हैं।
- संपादकीय (Editorial) समाचार-पत्र का महत्वपूर्ण अंग है क्योंकि उसके माध्यम से स्वयं संपादक अपना विचार जनता तक पहुँचाते हैं व जनता उन पर विचार करती है।
टेलीविजन-
- स्वाभाविक रूप से व्यक्ति का प्रत्यक्ष दर्शन होने से अधिक प्रभाव पड़ता है।
- यह मनोरंजन का एक सशक्त साधन है, ज्ञानवर्धन में सहायक है और लोगों के व्यवहार निर्देशन का एक यंत्र भी है।
- परिवार में अब बातचीत के स्थान पर दृश्य दर्शन बढ़ रहा है और परिवार एक वार्ता-समूह के स्थान पर श्रोता समूह होता जा रहा है।
चलचित्र-
- यह जनसंचार का सरल एवं अत्यंत प्रभावशाली साधन है।
- चलचित्रों में संक्षिप्त समाचारों को प्रत्यक्ष दर्शाया जाता है।
- देश-विदेश की महत्वपूर्ण घटनाएँ, सामाजिक जीवन में होने वाले परिवर्तन आदि चलचित्रों के माध्यम से जनता तक पहुँचते हैं।
इंटरनेट-
- वर्तमान युग में इंटरनेट जनसंचार का एक बहुत ही शक्तिशाली माध्यम है।
- लोग इंटरनेट के माध्यम से किसी भी देश के कोने में अन्य लोगों से संपर्क स्थापित कर सकते हैं।
- आज इंटरनेट जनता की एक शक्तिशाली आवाज है जो संसार के समस्त क्षेत्रों में गूंजती है
अथवा
जनसंचार सामाजिक परिवर्तन के लिए आवश्यक है। क्योंकि ये सामाजिक परिवर्तन के महत्वपूर्ण साधन हैं। सामाजिक परिवर्तन में इनकी आवश्यकता को निम्नलिखित बिन्दुओं के आधार पर समझा जा सकता है
- मानवीय क्रियाएँ तथा अंतक्रियाएँ ही सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तन का एक ठोस आधार होती हैं।
- मानवीय क्रियाएँ एवं अंतक्रियाओं को संचार माध्यम प्रभावित कर सकते हैं तथा इसमें परिवर्तन भी ला सकते हैं।
- एक स्थान पर घटित होने वाली घटना समूचे देश को प्रभावित कर देती है। इसका कारण केवल संचार माध्यम है।
- संचार माध्यम भावनाओं को उकसाने में भी अपनी भूमिका का निर्वाह करते हैं।
- संचार माध्यम राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करने के लिए संदेश तथा समाचारों को जनों तक प्रेषित करते हैं।
- देश में स्वतंत्रता आंदोलन को उत्पन्न करने तथा संपूर्ण देशवासियों में राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत करने में संचार साधनों ने एक अहम्। भूमिका निभायी है।
- जनसंचार साधनों से आमजन भी अपनी धारणाओं को बदलकर उचित दिशा में परिवर्तन का निर्णय लेते हैं।
- समाज में संचार साधनों की भूमिका का महत्व निरंतर बढ़ता जा रहा है। एक तरफ नकारात्मक विचार, समाचार या संदेश संचार माध्यमों से प्रसारित होते हैं, तो दूसरी तरफ सकारात्मक विचार, समाचार या संदेश भी प्रसारित होते हैं।
- सामाजिक परिवर्तन अवश्यंभावी है, जिससे संचार के महत्व को भी देश, काल तथा परिस्थिति के आधार पर समझा जाता है।
- संचार साधनों ने समाज में रूढ़िवादी परंपराओं को समाप्त करने में अपना बहुमुखी योगदान दिया है।
- संचार साधनों की वृद्धि से समाज में गतिशीलता को काफी बल मिला है।